तमिलनाडु के नेता तमिल तक में हस्ताक्षर नहीं करते - नरेंद्र मोदी
रामेश्वरम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रामनवमी के अवसर पर तमिलनाडु के रामेश्वरम में भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज का उद्घाटन किया। पंबन नाम से मशहूर इस रेल ब्रिज को 550 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव भी नजर आए, जबकि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन मौके से गायब रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के समापन के बाद पंबन ब्रिज का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पर भाषा विवाद के बीच कटाक्ष करते हुए कहा कि हालांकि उन्हें तमिलनाडु के नेताओं से कई पत्र मिलते हैं, लेकिन उनमें से किसी पर भी तमिल में उनके हस्ताक्षर नहीं होते। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें अपनी भाषा पर वाकई गर्व है, तो उन्हें कम से कम अपने नाम पर तमिल में हस्ताक्षर तो करने चाहिए। सरकार लगातार यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि तमिल भाषा और तमिल विरासत दुनिया के हर कोने तक पहुंचे। कभी-कभी, मुझे आश्चर्य होता है जब मुझे तमिलनाडु के कुछ नेताओं से पत्र मिलते हैं।
पीएम मोदी ने तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनमें से किसी पर भी तमिल में हस्ताक्षर नहीं होते हैं। अगर हमें तमिल पर गर्व है, तो मैं सभी से अनुरोध करूंगा कि वे कम से कम अपने नाम पर तमिल में हस्ताक्षर करें। दरअसल एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके सरकार और केंद्र के बीच तीखी नोकझोंक चल रही है, क्योंकि राज्य ने केंद्र की भाजपा सरकार पर हिंदी थोपने की कोशिश करने का आरोप लगाया है, जिसमें सबसे ताजा मुद्दा नई शिक्षा नीति (एनईपी) का त्रिभाषा फॉर्मूला है।
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